Sitapur News सांप ने महिला को डसा, बाबा ने कहा- गोबर में दबाओ, 24 घंटे में हो जाएगी जिंदा; पुलिस पहुंची, परिजन बोले- अभी नहीं निकालेंगे
Sitapur News: तंबौर थाना क्षेत्र में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां एक 60 साल की महिला को सांप ने डस लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। लेकिन परिवार ने अंतिम संस्कार नहीं किया। वजह? गांव के ही एक बाबा ने दावा किया कि “अगर मेरी बात मानोगे तो महिला की जान वापस आ सकती है। उसे 24 घंटे के लिए गोबर में दबा दो।”
बाबा की बातों में आकर परिजनों ने महिला के शव को गोबर में दबा दिया। अब 24 घंटे बीतने का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस गांव पहुंची, समझाने की कोशिश की लेकिन परिवार वाले नहीं माने। पुलिस को भी खाली हाथ लौटना पड़ा। कहा गया है कि आज रात 9 बजे के बाद शव को निकाला जाएगा।
सांप के डसने से हुई मौत, फिर शुरू हुआ चमत्कार का दावा
मामला तंबौर थाना क्षेत्र के चकपुरवा गांव का है। गांव की रहने वाली कलावती (60) पत्नी स्वर्गीय अर्जुनलाल दो बेटों और पांच बेटियों की मां थीं। गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे वह आंगन में कंडे ठीक कर रही थीं, तभी किसी सांप ने डस लिया। घरवालों ने पहले उन्हें बिसवां खुर्द गांव के एक बैद्य के पास ले गए, लेकिन वहां कोई फायदा नहीं हुआ।
इसके बाद हालत बिगड़ती देख कलावती को खैराबाद के BCM अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
“बाबा” ने कहा – “मेरे उपाय से फिर से सांसें लौट सकती हैं”
अस्पताल से जब शव गांव लाया गया, तब हजरतपुर के रहने वाले कृपालदास बाबा पहुंचे। वह तंबौर के इस्माइलपुर मंदिर में पूजा-पाठ करते हैं। उन्होंने परिजनों से कहा – “अगर मेरी बात मानोगे तो चमत्कार हो सकता है। शरीर में थोड़ी गर्मी है, इसे गोबर में दबा दो। भगवान की कृपा से जान वापस आ जाएगी।”
परिजन, खासकर बेटा अनिल और हरेराम, बाबा की बातों में आ गए और गांववालों की मदद से गोबर का ढेर जुटाया। फिर महिला के शव को पूरी तरह से गोबर में दबा दिया गया।
रात भर गोबर में दबी रही लाश, परिजन अभी भी आस लगाए बैठे
गुरुवार रात 8 बजे के करीब शव को गोबर से ढका गया। बाबा की “क्रिया” पूरी रात चलती रही, लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। फिर भी परिजन आशा छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
बेटे अनिल का कहना है, “बाबा ने कहा था कि पहले भी उन्होंने ऐसा एक बच्चा हरदोई के मल्लावां में ठीक किया था। हमें भी उम्मीद है कि मां वापस आ सकती हैं। अगर कुछ नहीं हुआ तो हम अंतिम संस्कार कर देंगे।”

Source, Bhaskar News.
पुलिस आई, समझाया… लेकिन परिवार अड़ा रहा
शुक्रवार दोपहर जैसे ही मामले की जानकारी गांव में फैली, लोग जुटने लगे। बजरंग दल और अन्य संगठन के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे। तंबौर थाने से पुलिस भी आई। लेकिन घरवाले किसी की बात मानने को तैयार नहीं हुए।
थानाध्यक्ष राकेश सिंह ने बताया कि, “हमने समझाया कि शव को निकालो और पोस्टमॉर्टम कराओ, लेकिन परिवार ने मना कर दिया। उनका कहना है कि वे बाबा की प्रक्रिया पूरी करेंगे। फिलहाल शव को गोबर में ही रखा गया है।”
बाबा बोले – “तंत्र नहीं, बस भगवान का चमत्कार है”
बाबा कृपालदास का कहना है कि यह कोई तंत्र या टोना नहीं है, सिर्फ भगवान में आस्था है। “पोता मंदिर पर आया था, वहीं से खबर मिली। हमने बस उपाय बताया, इससे पहले भी हरदोई में एक बच्चा ठीक हुआ था। अगर भगवान की मर्जी होगी, तो महिला वापस आएंगी। नहीं तो अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।”
🔔 डिस्क्लेमर: यह घटना एक वास्तविक ग्रामीण मामले पर आधारित है, जिसमें आस्था और परंपरा के नाम पर उठाए गए कदम को दर्शाया गया है। हमारा उद्देश्य किसी की धार्मिक मान्यता, विश्वास या भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है। यह पोस्ट केवल सूचना और जनजागरूकता के लिए है। कृपया ऐसे मामलों में वैज्ञानिक चिकित्सा की सलाह लें और अंधविश्वास से बचें।
©द नेशन स्टोरी, 2025 (The Nation Story)
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